रूचि ने अपनी नई कामवाली पर तरस खाकर उसे खाना-कपडा दिया, पर उसने तो काम को ही परे कर दिय रूचि ने अपनी नई कामवाली पर तरस खाकर उसे खाना-कपडा दिया, पर उसने तो काम को ही परे...
ये सोच कर की अब इसे कभी नहीं बताऊंगी की मेहमान कब आ रहे है कब जा रहे है।। ये सोच कर की अब इसे कभी नहीं बताऊंगी की मेहमान कब आ रहे है कब जा रहे है।।
मैंने देखा कि एक छम्मकछल्लो सी सुंदरी मटकती हुई हमारे घर आयी। मैंने देखा कि एक छम्मकछल्लो सी सुंदरी मटकती हुई हमारे घर आयी।
गीता भावशून्य थी। दिखावे के कंबल बँट चुके थे।असल की ठंडी ने प्राण ले लिए थे। गीता भावशून्य थी। दिखावे के कंबल बँट चुके थे।असल की ठंडी ने प्राण ले लिए थे।
सौम्या की बातें सुनकर आशा जी के पास आगे बोलने के लिए कुछ नहीं था। सौम्या की बातें सुनकर आशा जी के पास आगे बोलने के लिए कुछ नहीं था।
बात सुनकर मेरी नज़र अपनी कामवाली की बेटी पर चली गई बात सुनकर मेरी नज़र अपनी कामवाली की बेटी पर चली गई